कंप्यूटर का परिचय देते हुए इसकी विशेषताएं पुरी जानकारी

 कंप्यूटर का परिचय देते हुए इसकी विशेषताएं कंप्यूटर की उत्पत्ति कैसे हुई? 

कोम्‍प्‍युटर का परिचय ( Introduction To Computer )  

कम्‍प्‍युटर एक स्‍वचालित इलेक्‍ट्रोनिक डिवाइस है । जो डाटा इनपुट करता है और सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम के अनुसार किसी परिणाम के लिए डाटा को प्रोसेस, स्‍टोर तथा डिस्‍प्‍ले करता है। कम्‍प्‍युटर शब्‍द की उत्‍पति लैटिन भाषा के Computer शब्‍द से हुई है, सामान्‍य जिसका अर्थ गणना करना है, इसलिए इसे गणक यन्त्र भी कहा जाता है।

कंप्यूटर का परिचय एवं क्षेत्र


          कम्‍प्‍युटर, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संयोजन है, जो डाटा ( Data ) को सुचना ( Information ) में परिवर्तन करता है।

 

कम्‍प्‍युटर की कार्य पद्वति :-

1.    Input ( इनपुट ) :- कम्‍प्‍युटर में डाटा या सुचना को भेजना, इनपुट कहलाता है। यह सेण्‍ट्रल प्रोसेसिंग युनिट ( Central Processing Unit- CPU ) के लिए डाटा और निर्देश भेजता है।

2.    प्रोसेसिंग ( Processing ) :- सेण्‍ट्रल प्रोसेसिंग युनिट कम्‍प्‍युटर के निर्देशों को एक्जिक्‍युट करती है। यह कम्‍प्‍युटर के द्वारा कैलकुलेशन, तुलनात्‍मक कार्य व निर्णयक कार्यो में सहायता करती है।

3.    आउटपुट ( Output ) :- यह उपयोगकर्ता को संसोधित ( Processed ) डाटा उपलब्‍ध कराता है। यह कम्‍प्‍युटर से प्राप्‍त होने वाले परिणामों को इनपुट निर्देशों के अनुसार युजर के समक्ष प्रस्‍तुत करता है।

4.    स्‍टोरेज ( Storage ) :- यह डाटा और प्रोग्राम को स्‍थायी रूप से स्‍टोर करता है। इसका प्रयोग प्रोग्राम क्रियान्‍वयन ( Program Execution ) के समय सुचनाएँ स्‍टोर करने के लिए किया जाता है और इसमें से कोई भी सुचना प्राप्‍त करना सम्‍भव होता है।

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डेटा और सुचना ( Data And Information ) में क्या अंतर है?

प्रोसेंसिग डिवाइस ( Processing Device ) 

कोम्‍प्‍युटर सिस्‍टम के प्रकार कितने होते है। कोम्‍प्‍युटर सिस्‍टम के प्रकार क्‍या है?


कम्‍प्‍युटर की विशेषताएँ :-

1.  गति ( Speed ) :- कम्‍प्‍युटर एक सेकण्‍ड में लाखों गणनाऍे करता है। वर्तमान समय में कम्‍प्‍युटर नैनो सेकण्‍ड या पीको सेकण्‍ड में भी गणनाऍे कर सकता है।

2.  त्रुटि रहित कार्य ( Accuracy ) :- कम्‍प्‍युटर कठिन से कठिन प्रश्‍न का बिना किसी त्रुटि ( Error ) के परिणाम प्रदश्रित करता है। गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि पाई भी जाती है, ता वह प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है।

3.  स्‍टोरेज क्षमता ( Storage Capacity ) :- कम्‍प्‍युटर अपनी मैमोरी में सुचनाओं का विशाल स्‍टोरेज संचित कर सकता है। इसमें ऑेकडो एवं प्रोग्रामों के स्‍टोरेज की क्षमता हार्ड डिस्‍क की क्षमता पर निर्भर करती है।

4.  बहुउद्देशीय ( Versatile ) :- कम्‍प्‍युटर की सहायता से विभिन्‍न प्रकार के कार्य सम्‍पन्‍न किए जा सकते हैा आधुनिक कम्‍प्‍युटर्स में अलग अलग प्रकार के कार्य एक साथ करने की क्षमता होती है।

5.  गोपनीयता ( Secrecy ) :- पासवर्ड के प्रयोग द्वारा कम्‍प्‍युटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकतह है।

6.    सक्षमता ( Diligence ) :- एक मशीन होने के करण कम्‍प्‍युटर पर बाहरी वातावरण का कोई प्रभाव नहीं पडता। यह किसी भी कार्य को बिना रूके लाखो करोडो बार कर सकता है।

7.    स्‍वचालित ( Automatic ) :- कम्‍प्‍युटर एक स्‍वचालित मशीन है, जिसमें गणना के दौरान मानव हस्‍तक्षेप की सम्‍भावना न के बराबर रहती है। कम्‍प्‍युटर को कार्य के करने के लिए निर्देश मनुष्‍य द्वारा ही दिए जाते है।

8.    विश्‍वसनीयता ( Reliablity ) :- कम्‍प्‍युटर की याद रखने की शक्ति एवं शुद्वता बहुत उच्‍च कोटि की होती है, इसलिए इसमें या इसमें जुडी सभी क्रियाऍं विश्‍वयनीय होती है।

 

कम्‍प्‍युटर का इतिहास :- आधुनिक कम्‍प्‍युटर्स को अस्तित्‍व में आए हुए मुश्किल से 50 वर्ष ही हुए है, लेकिन उनके उनके विकास का इतिहास बहुत पुराना है। कम्‍प्‍युटर का इतिहास निम्‍नलिखित सारणी में संक्षेप में बताया गया है।

 

कम्‍प्‍युटर का वर्गीकरण :- कम्‍प्‍युटर्स को उनकी रूपरेखा, कामकाज, उदे्श्‍यों तथा प्रयोजनों इत्‍यादि के आधार पर विभिन्‍न वर्गो में विभाजित किया जा सकता है, जिनका संक्षिप्‍त विवरण निम्‍नवत् है।

 

आकार के आधार पर :-

 

माइक्रो कम्‍प्‍युटर ( Microcomputer ) :- ये कम्‍प्‍युटर आकार में इतने छोटे होते थे कि इन्‍हे डेस्‍क/टेबल पर सरलतापूर्वक रखा जा सकता था। इन्‍हें कम्‍प्‍युटर ऑन ए चिप कहा जाता है। आधुनिक युग में माइक्रो कम्‍प्‍युटर फोन के आकार, पुस्‍तक के आकार तथा घडी के आकार में भी उपलब्‍ध है। इन कम्‍प्‍युटर्स का उपयोग मुख्‍यतया व्‍यवसाय तथा चिकित्‍सा के क्षेत्र में किया जाता हैं।

 

       i.         डेस्‍कटॉप कम्‍प्‍युटर ( Desktop Computer )  :- यह एक छोटे माइक्रोप्रोसेसर पर आधारित कम्‍प्‍युटर है। इसे पर्सनल कम्‍प्‍युटर भी कहा जाता है तथा यह सबसे ज्‍यादा उपयोग होने वाला रूप ( Form ) है।

     ii.            लैपटोप ( Laptop ) :- विगत कुछ वर्षों में हुए तकनीकी विकास ने माइक्रो कम्‍प्‍युटर का आकार इतना सुक्ष्‍म कर दिया है कि उन्‍हें सरलतापुर्वक इधर-उधर ले जाया जा सकता है, ऐसे पोर्टेबल कम्‍प्‍युटरों को लैपटोप कहा जाता है। लैपटोप को नोटबुक भी कहा जाता है।

  iii.            पामटॉप ( Palmtop ) :- यह लैपटोप की तरह पोर्टेबल पर्सनल कम्‍प्‍युटर है। यह लैपटोप से भी हल्‍का और छोटा होता है। यह हैण्‍डहेल्‍ड ऑपरेटिंग सिस्‍टम का उपयोग करता है।

   iv.            वर्कस्‍टेशन कम्‍प्‍युटर ( Workstation Computer ) :- यह अभियान्त्रिकी, तकनीकी और ग्राफिक्‍स के कार्यो के साथ-साथ कम्‍प्‍युटर के एकल व्‍यक्ति के साथ पारस्‍परिक व्यवहार में भी प्रयोग होता है।

मिनी कोम्‍प्‍युटर ( Minicomputer ) :- मध्‍यम आकार के इन कम्‍प्‍युटर्स की कार्यक्षमता की कार्यक्षमता तथा कीमत दोनों ही मााइक्रो कम्‍प्‍युटर की तुलना में अधिक होती है। इस प्रकार के कम्‍प्‍युटर की तुलना में अधिक होती हैं। इस प्रकार के कम्‍प्‍युटर्स पर एक या एक से अधिक व्‍यक्ति एक समय में एक से अधिक कार्य कर सकते हैं। इनका उपयोग प्राय छोटी या माध्यम स्‍तर की कम्‍पनियॉं करती हैं। मिनी कम्‍प्‍युटर की गति 10 से 30 MIPS ( मिलियन इंस्‍ट्रक्‍शन्‍स प्रति सेकण्‍ड ) हाती है।

 

एम्‍बेडेड कम्‍प्‍युटर :- यह एक विशिष्‍ट प्रक्रिया के लिए तैयार एक माइक्रोकण्‍ट्रोलर या माइक्रोप्रोसेसर आधारित प्रणाली है। एम्‍बेडेड कम्‍प्‍युटर बडे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो सकता है। यह अपने प्रोसेसर पर निर्भर करता है। सेलफोन,कैमेरा, ऑटोमेटिव सिस्‍टम, डिजिटल घडी इत्‍यादि एम्‍बेडेड कम्‍प्‍युटर के कुछ सामान्‍य उदाहरण है।

 

क्‍वाण्‍टम कम्‍प्‍युटर :- कम्‍प्‍युटर रिचर्ड फिमॉन द्वारा विकसित हुआ था, जो गणना करने के लिए क्‍वाण्‍टम मैकेनिकल प्रतिभास का प्रयोग है। यह सबसे तेजी से कम्‍प्‍युटर की कॉपी करने वाला मस्तिष्‍क का काम करता है।

 

नैनोकम्‍प्‍युटर :- यह कम्‍प्‍युटर माइक्रो कम्‍प्‍युटर से छोटा होता है। नैनो ट्युब्‍स, जिनका व्‍यास 1 नैनो मीटर ( 1*10-9 मी ) भी हो सकता है, के प्रयोग से अत्‍यन्त छोटे व विशाल क्षमता वाले कम्‍प्‍युटर के विकास की परिकल्‍पना की गई है।

मेनफ्रेम कोम्‍प्‍युटर ( Mainframe Computer ) :- ये कम्‍प्‍युटर आकार, कार्यक्षमता और कीमत में मिनी तथा माइक्रो कम्‍प्‍युटर से अधिक बडे होते है।

 

सुपर कोम्‍प्‍युटर ( Super Computer ) :- ये कप्‍युटर सर्वोधिक गति, संग्रह क्षमता एवं उच्‍च विस्‍तार वाले होते है इनका आाकार एक सामान्‍य कमरे के बराबर होता है। सुपर कोम्‍प्‍युटर का मुख्‍य उपयोग मौसम की भविष्‍यवाणी करने, एनिमेशन तथा चलचित्र का निर्माण करने, अन्‍तरिक्ष यात्रा के लिए अन्‍तरिक्ष यात्रियों को अन्‍तरिक्ष में भेजने बडे वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध व खोज करने इत्‍यादि कार्यो में किया जाता है।

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